ratan tata: कौन थे रतन टाटा? जानिए उनकी पूरी कहानी जीवन की दिलचस्प बातें, जिन्हें आप नहीं जानते!

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कौन थे रतन टाटा? जानिए उनकी पूरी कहानी जीवन की दिलचस्प बातें, जिन्हें आप नहीं जानते!रतन टाटा  समूह के पूर्व अध्यक्ष हैं, जिनके पास अपने नेतृत्व में कंपनी को नई उचाइयां तक ​​पहुंच गया! उनका जन्म 28, दिसंबर 1937 को मुंबई भारत में हुआ भारतीय एक रतन टाटा के 86, साल की उम्र में भगवान को प्यारे हो गए 2-3 महीने से रतन टाटा की तबीयत खराब चल रही थी! और उनका इलाज भी मुंबई के अस्पताल में हो रहा था! जब अपनी आखिरी सांस ली और दम तोड़ दिया भारतीय रतन टाटा एक भारती एक बिजनेसमैन में से एक था भारत में रतन टाटा के नाम कोन नहीं जानता होगा भारत के लोगो में अपनी जगह बनकर गया है, उनके के पिता का नाम जहांगीर रतनजी और उनकी माता का नाम सोनी टाटा हैं! https://www.jagranjosh.com/

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कौन थे रतन टाटा? जानिए उनकी पूरी कहानी जीवन की दिलचस्प बातें, जिन्हें आप नहीं जानते! ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई से की उसके बाद यूएसए में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की 1962 में टाटा ग्रुप के सदाशय की रूप में अपना करियर शुरू किया 1947 में रतन टाटा के माता-पिता की मृत्यु हो गई थी! जब उनकी उम्र 10 साल की थी  उनका पालन पोषण उनकी दादी ने किया!
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कौन थे रतन टाटा? जानिए उनकी पूरी कहानी जीवन की दिलचस्प बातें, जिन्हें आप नहीं जानते!

1991 में उन्हें टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनने के बाद काई महत्तवपूर्ण कंपनियों को लीड किया रतन टाटा को एक कंपनी में काम करने के दौरान लॉस एंजिल्स से प्यार हुआ था! लेकिन उनकी दादी की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें वापस भारत आना पडा था रतन टाटा को अपने प्यार पर भी बहुत भरोसा था! कि वो भी मेरे साथ भारत चलेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ रतन ने सोच लिया था! कि अब मैं किसी से शादी नहीं करूंगी जिंदगी में रतन टाटा उन्हें टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनने के बाद काई महत्तवपूर्ण कंपनियों को लीड किया जैसे टाटा स्टील टाटा मोटर्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज रतन टाटा !

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रतन टाटा 1991 में कंपनी के टाटा ग्रुप का चेयरमैन बन गया ये समय भारत के लिए एक महत्तवपूर्ण मोड़ था! जब देश ने उदारीकरण की दिशा में कदम बढ़ाया रतन ने टाटा मोटर्स को आधुनिक बनाया और लॉन्च किया जो देश की पहली स्वदेशी रूप से विकसित यात्री कार थी 1998 में टाटा ने अपनी पहली कार भारत में लॉन्च की थी रतन टाटा ने 2008 में दुनिया की सबसे सस्ती गाड़ी नैनो को लॉन्च किया जो आम आदमी की लीये गाड़ी के रूप में देख गयी मार्किट में नैनो कार क्यों बहुत प्यार मिल रतन टाटा उभे काई सम्मान और पुरस्कारों से नवाजा गया है जिसमें पद्म भूषण 2008 और पद्म विभूषण 2000 शामिल हैं!

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रतन टाटा ने कोरस स्टील 2007 में और जगुआर लैंड रोवर 2008 में जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को खरीदा, जैसे ग्रुप की वैश्विक उपस्थिति को मजबूत किया था रतन टाटा ने 28 दिसंबर 2012 को अपने पैड से इस्तिफा दिया अपने करियर के 50 साल बाद उन्हें टाटा समूह ने एक विशाल और विविध समूह बनाया रतन टाटा का दौरन एक ऐसा समय था! जब उन्हें नवाचार विस्तार और सामाजिक जिम्मेदारी को एक साथ लाने का प्रयास किया उनका योगदान अज्ज भी टाटा ग्रुप के आगे के विकास में प्रभाव है!https://carabhi.com/

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